'शब्दों के रंग' से रंगा उभरते सितारे
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नागपुर। विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का उपक्रम, 'उभरते सितारे' जो नवोदित कलाकारों के लिए समर्पित मंच है। जिस के अंतर्गत 'शब्दों के रंग' विषय पर शानदार संगीतमय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर सुपरिचित तबला वादक आदित्य पाहुजा इनका सत्कार किया गया।
संयोजक युवराज चौधरी ने 'शब्दों के रंग' विषय पर विस्तृत रूपरेखा रखी और बताया कि शब्दों को कोई छू नहीं सकता लेकिन शब्द सभी को स्पर्श करते हैं। तथा, मानवीय मूल्यों के साथ भावनाओं को अपने रंग में रंग देते हैं। तत्पश्चात, जियान आहूजा, साक्षी वाघमारे, जूही मडावी, आर्या भनारे, अवनी गोरले, अनन्या सोनी, अर्चिता लखोटे, स्वरा रत्नपारखी, डिंपी धांडे, ईश्वा हेलगे, ऋषिका श्रीवास, श्रद्धा चिंचालकर, मीनाक्षी केसरवानी, मान्या आहूजा, आनंद डोंगरे, राम बागल, पुलत्स्य विजय तरारे ने अपने शानदार गीतों से समा बांध दिया।
किंजल देवळीकर, संपूर्णा रे मंडल, योगिता गुप्ता, चंचल वैरागडे, संस्कृति डहाके, ईश्वा हेलगे, राघव रुंगटा ने शानदार नृत्य से लोगों का दिल जीत लिया। आदित्य पाहुजा ने अपने तबला वादन से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नवोदित कलाकारों को महेंद्र आगरकर, आनंद डोंगरे, बाबा खान, सीमा लूहा, प्रीति गजभिए, देवस्मिता पटनायक, शालिनी तेलरांधे, वैशाली नाईक, संध्या नाईक ने बच्चों को सराहा। कार्यक्रम में कृष्णा कपूर और प्रशांत शंभरकर ने सहयोग किया। तथा, उपस्थित दर्शकों का आभार वैशाली मदारे ने अपने शब्दों में व्यक्त किया।कार्यक्रम का संचालन संयोजक युवराज चौधरी ने किया।