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माँ महालक्ष्मी कृत्यागता वरदान दिवस समारोह की जोर शोर से तैयारियां शुरू


श्री अग्रसेन मंडल द्वारा 26 दिसंबर को नागपुर में आयोजन


नागपुर। अग्रकुल देवी माता महालक्ष्मी की महापूजा का आयोजन अग्रवाल समाज की और से मंगसिर सुदी पुर्णिमा पर मंगलवार 26 दिसंबर को शाम 4 बजे से श्री अग्रसेन भवन, गाँधीबाग़ में आयोजित किया गया है। श्री अग्रसेन मंडल के अध्यक्ष शिवकिसन अग्रवाल ने बताया कि आज से पांच हजार साल पहले अग्रवंश प्रवर्तक महाराजा श्री अग्रसेनजी को माता महालक्ष्मी ने सुख समृद्धि तथा गौरवशाली वंश वृद्धि का वरदान दिया था। श्री अग्रसेन मंडल के सचिव रामानंद अग्रवाल ने बताया कि माता महालक्ष्मी के वरदान के लिए महापूजा और यज्ञ के माध्यम से अग्रवाल समाज उनके प्रति कृत्यागता व्यक्त करता है। 

कोषाध्यक्ष अनंतकुमार अग्रवाल ने बताया कि श्री अग्रसेन मंडल विगत कई वर्षों से धूम धाम के साथ यह कार्यक्रम आयोजित करता है। माता महालक्ष्मी वरदान दिवस कार्यक्रम के संयोजक व मंडल के उपाध्यक्ष संदीप बी जे अग्रवाल ने बताया कि यह कार्यक्रम धार्मिक मंत्रोउंचार के साथ यज्ञ हवन, माता महालक्ष्मी का अभिषेक पूजा अर्चना के साथ विधिविधान पूर्वक अग्र पुरोहित श्यामसुंदर पुरोहित द्वारा कराया जाएगा। 26 दिसंबर को शाम 4 बजे महापूजा, शाम 4.30 बजे महायज्ञ, पूर्णाहूती - महाआरती 6.30 बजे व प्रसाद भोज शाम 7 बजे से आयोजित किया गया है।

माँ महालक्ष्मी सौभ्यता, शांति, गंभीरता से युक्त है। व्यसाय के विभिन्न निकायों मैं सौभ्यता को आत्मसात किया गया है। पाच हजार वर्ष पूर्व महाराजा अग्रसेन ने माता महालक्ष्मी को अपनी कुलदेवी के रूप में प्रतिष्ठित किया ,जिससे उनका राज्य निरंतर समृद्धशाली बना रहे।माता महालक्ष्मी के ही अनुकंपा से अठारह अशमेघ यज्ञ अग्रसेन जी ने संपन्न कराया थे। इन यज्ञ के अठारह पुरोहित तथा अठारह पुत्रों के नाम से आगे चल कर उनके वंश मैं अठारह गोत्र प्रचलित हुआ और उनकी संतान अग्रवाल कहलाई। माता महालक्ष्मी की विशेष अनुकंपा के कारण महाराजा अग्रसेन देव राज इंद्र का गर्व तोड़ने में सफल रहे। महाराजा अग्रसेन की कीर्ति से प्रभावित होकर नागराज ने अपनी कन्या माधवी का विवाह अग्रसेन जी से किया। 

इंद्र के कुचक्र से अग्रोहा राज्य रत्री विहीन हो गया पूरा राज्य बिखर गया भयंकर अकाल आ गया अपने राज्य को बचाने महाराजा अग्रसेन ने यमुना के तट पर माता महालक्ष्मी की कठोर तपस्या की प्रसन्न होकर माता न वर मांगने को कहा महाराजा अग्रसेन अपने स्वार्थ के लिए वर मांग सकते थे लेकिन उन्होंने अपनी सारी प्रजा के लिए सुख समृद्धि का वर मांगा महाराजा अग्रसेन की प्रजा वत्सलता देख कर महालक्ष्मी ने उन्हें समस्त वैभव और सिद्धि प्रधान की और वरदान दिया कि संसार में जब तक तेरा कुल रहेगा तब तक मैं तेरा कुल में विराजमान रहूंगी तेरा वंश तेरा नाम से जाना जाएगा अग्रवंशी हर क्षेत्र में अग्रणी रहेंगे और उनके घरों में मैं हमेशा धन संपदा देती रहूंगी। इसी वरदान के चलते आज अग्रवाल समाज हर क्षेत्र में आगे आया इसी वरदान के प्रति हर साल अग्रवाल समाज माता महालक्ष्मी के प्रति कृत्यागता व्यक्त करते हैं।

यज्ञ मैं बैठने वाले इच्छुक अग्रवाल दंपती अपना नाम श्री कार्यक्रम के मार्गदर्शक दुर्गाप्रसाद अग्रवाल  9422104610 पर  सम्पर्क कर अपना नाम लिखवा सकते हैं।


माता महालक्ष्मी के वरदान दिवस के सहसंयोजक सुनील अग्रवाल (MK), प्रह्लाद श्रीराम अग्रवाल (कनोडिया) अर्पित गिरधारीलाल अग्रवाल, श्रीमती दीप्ति अग्रवाल, किरण अग्रवाल ने अग्रवाल परिवारों से महापूजा मैं शमिल होकर महालक्ष्मी जी महाराजा अग्रसेन जी महारानी माधवी जी के प्रति कृत्यागता व्यक्त करने की अपील की है।

कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु अनिल के सी अग्रवाल, संजय पचेरिवाला, लक्ष्मीकांत अग्रवाल, प्रमोद अग्रवाल, अभय अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, अनूप अग्रवाल, आनंद मेहड़िया, मनीष मेहड़िया, पवन भालोटिया, वेणुगोपाल अग्रवाल, संदीप गोयल, सुनील चौधरी, कैलाश जोगनी, कैलाश लीलाड़िया, शरद जाजोदिया, भरतभूषण मेहड़िया, विजय अग्रवाल, गिरधारी अग्रवाल,अजय अग्रवाल, गुलाब पचेरिवाला, सीमा अग्रवाल, शकुंतला अग्रवाल, राधिका अग्रवाल, अंजू अग्रवाल व समस्त अग्रसेन मंडल की कार्यकरणी  प्रयासरथ है।
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