किसी विशेष दिन पर सभी ने एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए : अरुण खोब्रागड़े
https://www.zeromilepress.com/2025/06/blog-post_18.html
उभरते सितारे मे 'पर्यावरण संरक्षण'
नागपुर। पर्यावरण का सबसे महत्वपूर्ण दिवस 5 जून, पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस वर्ष प्लास्टिक से बचाव की थीम रखी गई है। हमारी दुनिया को प्लास्टिक ने रंगों से रंग- बिरंगा कर दिया है। बाहर के जंक और पैक्ड फूड के खाने की वजह से प्लास्टिक का चलन हमारे खाने में भी आ गया है। आज प्लास्टिक का माइक्रो पार्टिकल्स हर शरीर में मौजूद है। जिसे सभी को कई बीमारियों ने घेर लिया है। प्लास्टिक को डीकंपोज करना चाहिए लेकिन हम नहीं करते। जिसके कारण शरीर में डीएनए भी प्रभावित हो रहा है। आज इंडस्ट्री से निकलने वाले पानी और जहरीले केमिकल के कारण नदियां और पीने का पानी भी प्रदूषित हो गया है। अपने जन्मदिन पर या किसी विशेष दिन पर सभी ने एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए। यह विचार अरुण खोब्रागड़े ने बच्चों और उनके अभिभावकों के बीच रखे।
विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं को समर्पित उपक्रम 'उभरते सितारे' का आयोजन हिंदी मोर भवन के उत्कर्ष हॉल में किया गया। कार्यक्रम का विषय 'पर्यावरण संरक्षण' पर आधारित ज्ञानवर्धक, मनोरंजन और संगीतमय प्रस्तुतियों से भरा रहा। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप मे कोल इंडिया के क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक, सेवानिवृत अधिकारी अरुण खोब्रागड़े उपस्थित थे। इनका सम्मान संयोजक युवराज चौधरी ने स्मृति चिन्ह देकर किया। सर्वप्रथम, कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए, प्रशांत शंभरकर ने 'पर्यावरण संरक्षण' पर अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर कुछ बच्चों को पर्यावरण पर उनकी प्रस्तुति के लिए पुरस्कृत भी किया गया।
तत्पश्चात, बच्चों ने भी इस विषय पर अपने विचार रखते हुए अपने गीतों और नृत्य से सबको प्रभावित किया। जिसमें, खुशी आटे ने अंग्रेजी में तथा, अर्नव बागल ने पर्यावरण पर हिंदी में कविता सुनाई। रंजन बेहेरा, जगदीश दळवी, सौम्य बेहरा, राम बागल, चिन्मय बेहरा और आदित्य मींज ने बाहरदार गीतों से सबका दिल जीत लिया।
बच्चों की प्रस्तुतियों को उनके अभिभावकों के साथ- साथ प्रीति बागल, मीनाक्षी केसरवानी, विलास मोहरकर, ज्योति खोब्रागड़े, निशा जगदीश दलवी, सुरेश मिंज, गीता मिंज, कृष्ण कुमार, मुन्ना ठाकरे, शालिनी तेलरांधे, वैशाली मदारे और बाबा खान आदि ने बहुत सराहा। कार्यक्रम मे प्रशांत शंभरकर ने सहयोग किया। कार्यक्रम का संचालन एवं, उपस्थित सभी दर्शकों, कलाकारों और बच्चों का आभार संयोजक युवराज चौधरी ने अपने शब्दों में व्यक्त किया।