11 सितंबर को भारत देश भारत माता अभिनंदन दिवस मनाएगा
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नागपुर। भारत माता अभिनंदन संगठन द्वारा ऑनलाइन 11 सितंबर भारत माता अभिनंदन दिवस पर राष्ट्रीय प्रभारी श्रीमती ऋतु गर्ग द्वारा गूगल मीटिंग पर आयोजन किया गया। संगठन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ पी डी मित्तल (भिवानी, हरियाणा) द्वारा देश व्यापी आवाहन किया गया कि सभी विद्यार्थी 11 सितंबर भारत माता अभिनंदन दिवस के दिन अपनी मां को सम्मान पूर्वक चेयर पर बैठाएं रोली चावल से तिलक करें और फिर तिरंगा का पटका पहनकर भारत माता के रूप में मां के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद ग्रहण करें।
11 सितंबर 1893 को स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि भारत देश की हर "मां" राजमाता है। जब स्वामी विवेकानंद जी ने विश्व के लोगों को भारत की सभ्यता और संस्कृति से अवगत करवाया था ।
हमारे देश में भारत माता का सर्वोच्च स्थान है। निवेदन किया कि विद्यार्थी सहित सभी 11 सितंबर को अपनी मां का सम्मान करें।
सेवानिवृत्ति आईजी सुधीर कुमार द्वारा कहा गया कि हम वह शिशु हैं जो भारत मां के आंचल में क्रीड़ा कर रहे हैं जो अभी चलना सीख रहे हैं आगे हमें बहुत कुछ करना है भारत माता का मान आसमान से भी ऊंचा है।
समाज को जोड़ते हुए समाज को साथ लेकर भारत माता अभिनंदन संगठन जो कार्य कर रहा है, समाज को जोड़ रहा है मजबूत पहचान दे रहा है वह अत्यंत प्रशंसनीय है।
डॉ प्रशांत गायकवाड ने कहा विश्व बंधुता बंधुता का संदेश लेकर स्वामी विवेकानंद जी आगे बड़े और सारी दुनिया को एक हर में भी रोने की कोशिश की इस चीज को लेकर संगठन आगे बढ़ रहा है देश को मजबूत बनाने के लिए देश का हिस्सा ही नहीं,रीड की हड्डी बनने जा रहा है। सत्य सनातन धर्म को लेकर स्वामी विवेकानंद जी ने अपनी बात सारी दुनिया के सामने रखी थी। सही में विश्व में जो डंका बज रहा है।
जहां सभी अपने फायदे के लिए लड़ रहे हैं भारत माता अभिनंदन संगठन एक मात्र ऐसा संगठन है जो सभी को एक साथ लेकर चल रहा है। उन्होंने कहा महाराष्ट्र में मां को आई बोलते हैं आ +ई मतलब आत्मा का ईश्वर। सबसे पहले गुरु तो मां होती है मन को परमात्मा के समान उच्च स्थान दिया गया है सभी ने इस कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा की और आशा व्यक्ति की गई कि देश का युवा इस आयोजन से जुड़ेगा और जागृति आएगी।
अनेक साहित्यकार और रचनाकारों के माध्यम से भारत माता का गुणगान किया गया जिसमें संगठन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ.पी डी मित्तल सहित गुजरात अध्यक्ष गुलाबचंद पटेल कर्नाटक से अल्यास मल्काप्पा, मशहूर तबला वादक संगठन संरक्षक डॉ प्रशांत गायकवाड, सेवानिवृत आई जी सुधीर कुमार (एस एस बी) चंडीगढ़, दीपिका सुतोदीया (गुवाहाटी असम), सुदेश भाटिया (दिल्ली) कुलदीप सिंह सिसोदिया, ऋचा, मध्य प्रदेश), अवध बिहारी (अयोध्या) कुलदीप रोहिल्ला, पूनम, अरुण कुमार, अशोक जाखड़, अदिति गुप्ता, रविंद्र कुमार हवेलिया, कौशल किशोर, रिचा (मध्य प्रदेश) विकास डुगर (कोलकाता हावड़ा)अनुराग उपाध्याय मुरैना (मध्य प्रदेश) पंकज जैन, रमेश कार्तिक ,देश भर के साहित्यकार, कवि, समाज सेवी,सैनिक इत्यादि शामिल हुए।