चुनावी जुमला
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जोर जोर से चिल्लाना
फिर अंगुठा दिखाना
चुनावी जुमला है।
पांच साल बाद आना
दो दिन मे सड़क बनाना
सुबह सतसंग मे जाना
चुनावी जुमला है।
चौराहे पर भीड़ जुटाना
योजनाओं के तीर चलाना
किसान संग रोटी खाना
चुनावी जुमला है।
दुसरो पर आरोप लगाना
मंदिर मस्जिदो मे जाना
भाईचारे का राग आलापना
चुनावी जुमला है।
वोट हमारा उसे ही जाना
हो जो समाज सेवा का दिवाना
आदर करता हो जिसका जमाना
बाकी सब चुनावी जुमला है।
- विवेक असरानी
नागपुर, महाराष्ट्र
8554993441
