सकारात्मक सोच के लिए छात्रों को किया मोटिवेट
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नागपुर। मानसिक आरोग्य और समुपदेशन कार्यक्रम का आयोजन भिवापूर महाविद्यालय भिवापुर में प्राचार्य डॉक्टर जोबी जॉर्ज की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। प्राचार्य ने अपने उदबोधन मे सभी विद्यार्थियों को जानकारी दी कि सफलता पाने के लिये कडी मेहनत एवं निरंतर साधना जरुरी होती है। ज्युनियर कॉलेज प्रमुख डॉक्टर वैशाली रहाटे ने कार्यक्रम का आयोजन किया और अपने वक्तव्य मे कहा कि ‘हम भी थे कभी आप जैसे उदास, मगर कभी हिम्मत नही हारी, इसलिये आज मैंने मुकाम हासिल किया’।
प्रमुख अतिथि के रूप से मौजूद स्वर साधना म्युझिकल ग्रुप के संचालक मधुकर गुंडलवार ने विद्यार्थीयो में जोश लाने के लिये शायरी की अंदाज में कहा कि ‘मंजिले उनको मिलती है, जिनके होसले बुलंद होते है पंख तो हर पंछी को होते है, मगर ऊंची उडान कुछ पंछी ही कर पाते है’! कामयाब होने के लिये खुद पर विश्वास रखना जरुरी है। जिद्द, मेहनत, चिकाटी एवं निरंतर प्रयास यही सफलता की कुंजी है।
सकारात्मक सोच जिंदगी मे आगे बढने के लिये सहाय्यक होती है। हर वक्त सकारात्मक विचारके साथ जिंदगी जीने का प्रयास करे तो सफलता अपने आप आपके कदम चुमेगी। आप गरीब हो या देहात मे रहनेवाले यह कोई मायने नही रखता, आप भी ऊंचे पद पर जा सकते हो, अगर नकारात्मक सोच बदले तो अपनी ऊर्जा का सही इस्तेमाल कैसे यह आप जान लो वरना पछतावे के सिवाय जिंदगी मे कुछ भी नही है! आप भी अच्छे नंबर से सफल हो सकते है, हम रहे या ना रहे, हमारी यादे जिंदा रहनी चाहिए यही आशा रखते हुए जिंदगी जिने से उदासी खत्म होती है और तनाव नही आता। अपने समुपदेशन मे कुछ हिंदी गाने भी गुंडलवार सर ने गाये जिसमे "ओ मेरे दिल के चैन पर" सभी छात्र झूम उठे।
डॉक्टर हरिभाऊ डोर्लीकर ने तनाव दूर कैसे करे, एकाग्रता कैसे पाये, विचलित मन को शांत कैसे रखे, इन मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया और कुछ विद्यार्थीयोंको संमोहित करके समझाया। स्मरण और विस्मरण क्यो होता है। इसमे कु. शिवानी डोये और आर्यन मंडपे जो कक्षा 12 वी के छात्र थे सम्मोहित होकर सभी विद्यार्थी एवं शिक्षक गण को आश्चर्य मे डाल दिया। जिनका कार्यक्रम के अंत मे सत्कार किया गया। कार्यक्रम का सूत्र संचालन डॉक्टर ज्योती बानते ने प्रेरणात्मक ढंग से किया। आभार सतीश क्षीरसागर ने किया ।चेतना ठाकरे, सागर यादव, अश्विनी रामटेके, डॉ.सचिन कुबडे, धनश्री हटवार एवं कर्मचारी वृंद उपस्थित थे। संस्था के अध्यक्ष राजेंद्र मुळक का इस कार्यक्रम को सहयोग था।
