बडा़ अच्छा लगता है
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बडा़ अच्छा लगता है,
हर फिक्र को भुलाना
खुद से ही बतियाना
बडा़ अच्छा लगता है।
हालात बड़े संगीन है
खुद को इत्मीनान दिलाना,
बडा़ अच्छा लगता है
दौलत का सजा बाजार है
भ्रष्टाचार के कीचड़ मे
ईमानदारी का फूल खिलाना
बडा़ अच्छा लगता है।
बाजीगर तो नही हम फिर भी
दुसरो की खुशी के लिए
जीत कर हार जाना
बडा़ अच्छा लगता है।
नेतागिरी नही भाती हमें
देशहित मे कुछ कर जाना
बडा़ अच्छा लगता है।
छोड़ जायेंगे ये जहां
एक दिन हम भी
लोगों के दिलों मे बस जाना
बडा़ अच्छा लगता है ।
- विवेक असरानी
नागपुर, महाराष्ट्र
