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जगदंबी साहित्य शिखर से सम्मानित हुए डॉ. शहाबुद्दीन शेख



नागपुर/पुणे। नागरी लिपि परिषद, नई दिल्ली के कार्याध्यक्ष व विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. शहाबुद्दीन नियाज मुहम्मद शेख को जगदंबी प्रसाद यादव स्मृति प्रतिष्ठान, पटना, बिहार की ओर से हाल ही में जगदंबी साहित्य शिखर सम्मान-2023 से गौरवान्वित किया गया। 

जगदंबी प्रसाद यादव स्मृति प्रतिष्ठान, पटना, बिहार एवं अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति तथा हिंदी विभाग, सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे (महाराष्ट्र) के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय के वाणिज्य सभागार में शुक्रवार 26 मई को आयोजित राजभाषा सम्मेलन में महाराष्ट्र राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री चंद्रकांत दादा पाटील के कर कमलों से तथा जगदंबी प्रसाद यादव स्मृति प्रतिष्ठान के अध्यक्ष एवं भारत सरकार की हिन्दी सलाहकार समिति के सदस्य वीरेंद्र कुमार यादव की उपस्थिति में डॉ. शहाबुद्दीन शेख को उनके साहित्य के क्षेत्र में किए कार्यो के लिए सम्मान पत्र व महावस्त्र से गौरवान्वित किया गया। इस अवसर पर हिंदी साहित्य जगत्  के प्रख्यात साहित्यकार डॉ. दामोदर खडसे, पुणे; सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे के हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. विजय कुमार रोड़े तथा जगदंबी प्रसाद यादव स्मृति प्रतिष्ठान, पटना, बिहार की महासचिव डॉ. अंशुमाला की गरिमामयी उपस्थिति थी।

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले संलग्नित पारनेर तहसील के पिंपलगाँव तुर्क में रविवार 13 दिसंबर 1953 को जन्मे डॉ. शहाबुद्दीन शेख के पिताजी मरहूम हाजी नियाज मुहम्मद पापाभाई शेख प्राथमिक शिक्षक होने के कारण डॉ. शहाबुद्दीन शेख ने प्रारंभिक शिक्षा अहमदनगर जिले के चारी नं 15, जखणगांव, पिंपलगांव तुर्क तथा करंदी के जिला परिषद प्राथमिक विद्यालय में पायी। उन्होंने अपनी माध्यमिक शिक्षा रयत शिक्षण संस्था के जनता विद्यालय कान्हूर पठार में, बी.ए. तक की शिक्षा अहमदनगर जिला मराठा  विद्या प्रसारक समाज के न्यू आर्ट्स व कॉमर्स कॉलेज,अहमदनगर में; एम.ए.की शिक्षा अहमदनगर महाविद्यालय, अहमदनगर में; बी.एड. की शिक्षा रयत शिक्षण संस्था के स्वामी सहजानंद भारती शिक्षा शास्त्र महाविद्यालय, श्रीरामपुर में तथा एम फिल व पीएचडी - हिंदी की उपाधि सावित्रीबाई फुले पुणे विश्व विद्यालय, पुणे से पायी। 

15 जून 1978 को मुला एज्युकेशन सोसाइटी से संलग्नित नेवासा के श्री ज्ञानेश्वर महाविद्यालय में हिंदी प्राध्यापक के रूप में सेवा आरंभ करके सोनई तथा औरंगाबाद के लोकसेवा एज्युकेशन सोसाइटी के कला व विज्ञान महाविद्यालय, औरंगाबाद में प्राचार्य के रूप में प्रशासकीय सेवाएं देने के उपरांत 31 दिसंबर 2018 को डॉ शेख ने अपनी 40 वर्ष 6 महीने की अध्यापकीय व प्रशासनिक सेवा के पश्चात् आयु के 65 वर्ष पूर्ति के बाद अवकाश ग्रहण किया है। डॉ. शहाबुद्दीन शेख महाराष्ट्र राज्य सरकार की ओर से ‘राज्य शिक्षक पुरस्कार’ एवं सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे की ओर से उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान सहित अनेक पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं। वे सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, पुणे के हिंदी अध्ययन मंडल के अध्यक्ष भी रहे हैं। 

डॉ. शहाबुद्दीन शेख को इस उपलब्धि के लिए लोकसेवा एज्युकेशन सोसाइटी औरंगाबाद के संस्थापक अध्यक्ष तथा पूर्व विधायक एम. एम. शेख साहब, मुला एज्युकेशन सोसाइटी, सोनई के संस्थापक तथा पूर्व सांसद यशवंतराव गडाख पाटील, सचिव प्राचार्य उत्तमराव लोंढे पाटील, नागरी लिपि परिषद, नई दिल्ली के अध्यक्ष पूर्व कुलपति डॉ. प्रेमचंद पातंजलि, महामंत्री डॉ. हरिसिंह पाल तथा विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के सचिव डॉ. गोकुलेश्वर कुमार द्विवेदी सहित संस्थान की छत्तीसगढ़ प्रभारी व हिंदी सांसद डॉ. मुक्ता कान्हा कौशिक, रायपुर; 

महाराष्ट्र प्रभारी डॉ. भरत शेणकर, बालभारती की पूर्व विशेषाधिकारी डॉ. अलका सुरेंद्र पोतदार, डॉ. सादीका नवाब, डॉ. कविता सोनवणे, प्रा. ज्ञानेश्वर सोनार, प्रा. धन्यकुमार बिराजदार, श्रीमती रजनी प्रभा, प्रा. मधु भंभानी, श्रीमती श्वेता मिश्रा और राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना, उज्जैन के अध्यक्ष ब्रजकिशोर शर्मा व सचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने हार्दिक बधाई दी।
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