उभरते सितारे में 'स्वास्थ्य संपदा है'
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नागपुर। उत्तम स्वास्थ्य खुशियों का दर्पण होता है। स्वस्थ्य जीवन के लिए सफाई सबसे महत्वपूर्ण है। हाथों को स्वच्छ रखना, नाखूनों को समय पर काटना, स्वच्छ पानी पीने के लिए उपयोग में लाना, जिससे दूषित पानी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकेगा। कुछ रोग अनुवांशिक रूप से आते हैं, जैसे थैलेसीमिया, सिकलसेल आदि। स्वास्थ्य की छोटी-छोटी जानकारी के लिए एक डॉक्टर मित्र होना बहुत जरूरी है। यह विचार मेयो अस्पताल के प्रो. डॉक्टर बलवंत कोवे जी ने बच्चों और उनके अभिभावकों के बीच रखे।
विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं के लिए लोकप्रिय उपक्रम ,'उभरते सितारे'। जिसके अंतर्गत ज्ञानवर्धक संगीतमय कार्यक्रम 'स्वागतम 2024' थीम पर, उत्कर्ष हॉल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में आईजीएमसी के विभाग प्रमुख डॉक्टर बलवंत कोवे जी उपस्थित थे। इनका सम्मान, संयोजक युवराज चौधरी ने स्वागतवस्त्र और मोमेंटो देकर किया। सबसे पहले कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए युवराज चौधरी ने बताया कि स्वास्थ ही संपदा है। खुशियां खरीदी नहीं जा सकती, यह तभी संभव है जब आपका स्वास्थ्य उत्तम हो और आप दूसरों के प्रति मानवता की भावना के साथ जीवन यापन करें।
तत्पश्चात, कुछ बच्चों ने भी इस विषय पर प्रकाश डालते हुए बहुत ही सुंदर प्रस्तुतियां दी। जिसमें, संपूर्णा रेमंडल ने एक सुंदर कविता सुनाईं। पूर्णिमा दत्ता, कोयल गेहानी, मिहिका अनंत खोत, पुलस्त्य तरारे, भव्या अरोरा ने शानदार गीत सुनाए। बांग्ला गीत पर शानदार नृत्य की प्रस्तुति से संपूर्णा रेमंडल ने सबका मन मोह लिया।
प्रतिभाशाली बच्चों की प्रस्तुतियों को डॉ. मयूरी खोत, अनोभा मदारे, हेमा गेहानी, योगीता तरारे, बाबा खान, मोनिका रेमंडल, आशा वेदप्रकाश अरोरा, मोहन खन्ना, सुहास तिरपुडे, वैशाली मदारे आदि ने खूब सराहा। कार्यक्रम में प्रशांत शंभरकर और कृष्णा कपूर ने सहयोग किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन के साथ उपस्थित दर्शकों, अभिभावकों और कलाकारों का आभार संयोजक युवराज चौधरी ने व्यक्त किया।