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प्रत्येक दिन सफलता का संकल्प लेने से ही 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना किया जा सकता है : डॉ. वेदप्रकाश मिश्रा


स्व. देवकीबाई बंग विद्यालय का रजत जयंती समारोह संपन्न; ‘स्मरणिका’ पुस्तक का प्रकाशन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने अभिभावकों का मन जीता

हिंगणा। ‘शिक्षण संस्थान केवल एक इमारत नहीं होते, बल्कि पीढ़ियों का निर्माण करने वाला एक पवित्र मंदिर होते हैं। यदि शिक्षक विद्यार्थियों को अपने बच्चों की तरह प्रेम और संस्कार दें, तो एक उत्तम राष्ट्र का निर्माण निश्चित रूप से होगा। आने वाला शतक भारत का है और सुसंस्कृत मानव संसाधन के बल पर हम ‘विश्वगुरु’ के रूप में अपनी पहचान बनाएँगे। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन सफलता का नया संकल्प लेना समय की आवश्यकता है,” ऐसा प्रतिपादन कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, कराड के कुलपति डॉ. वेदप्रकाश मिश्रा ने किया।

वे यहाँ संत गमाजी महाराज शिक्षण संस्था द्वारा संचालित स्व. देवकीबाई बंग इंग्लिश मीडियम स्कूल एवं कनिष्ठ महाविद्यालय के रजत जयंती (25 वर्ष) समारोह के उद्घाटन अवसर पर मुख्य मार्गदर्शक के रूप में बोल रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्य के पूर्व मंत्री तथा संस्था के अध्यक्ष रमेशचंद्र बंग ने की। प्रमुख अतिथियों के रूप में सहायक पुलिस आयुक्त सतीश गुरव, पूर्व जिला परिषद सदस्य दिनेश बंग, संस्था की उपाध्यक्ष अरुणा बंग, कोषाध्यक्ष महेश बंग, प्राचार्य नितीन तुपेकर, प्राचार्य शशिकांत मोहिते तथा ईशानी मिश्रा प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

इस रजत जयंती वर्ष के अवसर पर विद्यालय के पिछले 25 वर्षों की गौरवशाली यात्रा और ऐतिहासिक प्रगति का लेखा-जोखा प्रस्तुत करने वाली एक विशेष पुस्तक (स्मरणिका) का मान्यवरों के हस्ते प्रकाशन किया गया। विद्यालय की प्रगति, सफलता की ऊँचाइयाँ तथा विद्यालय द्वारा घड़ित विद्यार्थियों का परिचय इस पुस्तक के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।

इस अवसर पर विद्यालय की पूर्व छात्रा उत्कर्षा जामोदकर, जिन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी में सहायक अभियंता पद प्राप्त किया, का मान्यवरों के हाथों विशेष सम्मान किया गया।

इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कलाप्रदर्शनों ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। ‘तितली उड़ी’, ‘झुबी-झुबी’ और ‘नाताल नृत्य’ के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों की लोकसंस्कृति को दर्शाने वाले नृत्यों ने उपस्थित अभिभावकों का दिल जीत लिया।

कार्यक्रम का प्रास्ताविक प्राचार्य नितीन तुपेकर ने किया तथा सूत्रसंचालन सोनम लारोकर एवं श्वेता तुपेकर ने किया। हजारों अभिभावकों की उपस्थिति में यह समारोह अत्यंत उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की सफलता के लिए विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने विशेष परिश्रम किया।
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